होमकविता20+ देश भक्ति कविता हिंदी में | Desh Bhakti Poem in Hindi

20+ देश भक्ति कविता हिंदी में | Desh Bhakti Poem in Hindi

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Desh Bhakti Poem in Hindi: देशभक्ति की अमर कहानियां, शब्दों में बुनकर कवियों ने भारत माँ के प्रति अपना प्रेम व्यक्त किया है। आइए, कुछ ऐसी ही देशभक्ति कविताओं के माध्यम से भारत की संस्कृति, इतिहास और गौरव को सलाम करें।

विषय सूची

परिचय

भारत माँ, एक ऐसा देश जिसकी मिट्टी में त्याग, बलिदान और प्रेम समाया हुआ है। सदियों से इस देश ने दुनिया को कई महान व्यक्तित्व दिए हैं। इन महान व्यक्तित्वों ने अपनी कविताओं के माध्यम से भारत माँ के प्रति अपना अगाध प्रेम व्यक्त किया है। देशभक्ति की कविताएँ न सिर्फ हमारे दिलों को छूती हैं बल्कि हमें देश के प्रति जागरूक भी करती हैं।

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Desh Bhakti Poem in Hindi | देश भक्ति कविता हिंदी में

देश भक्ति कविता हिंदी में (Desh Bhakti Poem in Hindi)

1. वतन की मिट्टी

वतन की मिट्टी में, है सोने की खुशबू,
हर कण में है शामिल, हमारे पसीने की सबूत।
जो सींचा हमने खून से, ये धरती प्यारी है,
जिनके बलिदानों से, ये धारा हमारी है।

बसे हैं इसके कण-कण में, वीरों के किस्से,
हर कोने में गूंजे, अमर शहीदों के हिस्से।
चलो उठाएं फिर से, तिरंगा अपने हाथ,
करें वतन को नमन, यही सच्ची है बात।

2. देश मेरा चमकता सितारा

चमकता है देश मेरा, सितारों के समान,
जहां वीरों ने लिखी, नई नई दास्तान।
उनकी शौर्य गाथाएं, गूंजती हैं आज भी,
जिन्होंने जान दी, इस पावन वतन के लिए।

हम भारत के बच्चे, हैं तैयार हर घड़ी,
देश की सेवा में, जीवन भर देंगे धड़ी।
तिरंगा हमारा गर्व, इसे झुकने न देंगे,
देशभक्ति का जज्बा, दिल से कभी कम न होने देंगे।

3. आजादी की पुकार

आजादी की पुकार, गूंजे फिर से आसमान में,
शहीदों की कुर्बानी, बसी है हर इंसान में।
वो लड़े थे हंसते-हंसते, अपनी धरती के लिए,
हम भी हैं तैयार, उनके सपनों को जीने के लिए।

मिटा देंगे हर बंधन, जो बांटे देश को,
हम खड़े हैं एक साथ, जोड़ने सारा देश को।
चलो बढ़ाएं कदम, एक नई सुबह की ओर,
देशभक्ति से रोशन करें, ये धरती की कोर।

4. वीरों का वंदन

वीरों का ये वंदन, दिल से सच्चा प्यार,
जिन्होंने किया समर्पण, जीवन को किया वार।
उनके साहस की गाथा, कभी न हो पुरानी,
हर सांस में बसती है, उनकी बलिदानी कहानी।

चलो झुकाएं सिर, उन शहीदों के नाम,
जिन्होंने बचाया हमें, देकर अपने प्राण।
आज भी गूंजता है, उनका वीरता भरा गीत,
भारत की धरती पर, वो हैं अमर और अतीत।

5. मेरे भारत का सपना

मेरे भारत का सपना, हो उज्ज्वल और महान,
जहां हर नागरिक हो, समर्पित और ईमान।
जहां हर खेत लहलहाए, हर घर में हो उजाला,
जहां कोई न हो भूखा, हर दिल में हो हिम्मत का प्याला।

आओ मिलकर बनाएं, ऐसा देश अनमोल,
जहां एकता की हो मूरत, और सद्भाव का हो बोल।
जहां शांति और प्रेम से, हर कोई जीए हंसकर,
ऐसे भारत का सपना, अब मिलकर करें साकार।

6. भारत की शान

भारत की शान हो तुम, भारत की जान हो तुम,
तुम ही हो वो जवान, जिनसे ये महफूज हर धाम।
तुम्हारे बलिदान से ही, ये धरती मुस्कुराती है,
हर मां का आंचल, तुम पर ही इतराती है।

आओ करें प्रण, इस शान को बनाएंगे,
देश के हर कोने में, तिरंगा लहराएंगे।
तुम्हारी ताकत से, ये भारत फिर बढ़ेगा,
हर दुश्मन के सामने, देश हमारा खड़ा रहेगा।

7. देश का वीर

देश का वीर सपूत, वो गर्व से आगे बढ़ा,
अपने हौसलों से उसने, हर बाधा को लांघा।
वो झुका नहीं कभी, न थमा कदमों का शोर,
उसकी हर धड़कन में था, वतन का ही जोर।

लहू से लिखी उसने, शौर्य की कहानी,
हर बूंद में छिपी थी, उसकी कुर्बानी।
हम सबको है गर्व, ऐसे वीरों पर,
जो निस्वार्थ देते हैं, देश को अपने प्राणभर।

8. धरती मां का बेटा

धरती मां का बेटा, सरहद पर जाग रहा,
आंधी हो या बारिश, वो नहीं भाग रहा।
उसकी आंखों में है, वतन का सपना सजीव,
उसके दिल में जल रही, देशभक्ति की दीप।

हर बम के धमाके में, उसकी हंसी छिपी है,
हर गोली के सामने, उसकी छाती अड़ी है।
वो लड़ता है दिन-रात, हमारे लिए हर पल,
उसके बलिदान से ही, ये देश है बेफिक्र और अटल।

9. वतन का प्रहरी

वतन का प्रहरी हूँ, धरती का मैं रखवाला,
हर तूफान से लड़कर, बना हूँ मैं दीवाना।
मां की मिट्टी का कर्ज, है मेरे सिर पर भारी,
इसके लिए जान भी, हंसकर कर दूं कुर्बानी।

सरहद पर खड़ा हूँ, अडिग और मजबूत,
मेरे सीने में धड़कता, है तिरंगे का सपूत।
मेरा लहू कहेगा, जब भी होगा समय,
देश की रक्षा के लिए, हर दम हूँ मैं तैयार।

10. तिरंगे की शपथ

तिरंगे की शपथ हमने, दिल से जो उठाई है,
उसकी खातिर हर सांस, हमने वतन पे लगाई है।
हर रंग में बसा है, हमारे हौसले का मान,
सफेद शांति, हरा विकास, और केसरिया बलिदान।

आसमान में जब लहराएगा, तिरंगा गर्व से,
हम दिखा देंगे दुनिया को, अपना हौंसला सबके समक्ष।
वतन की खातिर हम, सब कुछ लुटा देंगे,
देशभक्ति के पथ पर, हम सदा बढ़ते रहेंगे।

11. भारत का दीपक

भारत का दीपक हूँ, उजाला फैलाता हूँ,
हर अंधकार को चीर, देश को जगमगाता हूँ।
शहीदों के सपनों का, मैं वारिस कहलाता हूँ,
उनके बलिदानों से, हर राह सजाता हूँ।

मेरे हाथों में जलता, हर दीपक की लौ,
कहता है वतन की माटी, सर्वोच्च है सब बंधन से।
मैं जिऊंगा इस रोशनी को, बढ़ाने के लिए,
भारत का दीपक हूँ, हर कोने को सजाने के लिए।

12. भारत की आवाज़

भारत की आवाज़ हूँ, हर दिल में गूंजता हूँ,
सरहदों पर खड़ा, मैं दुश्मन से लड़ता हूँ।
मेरी हर सांस में, देशभक्ति का सुर है,
मेरे कदमों के नीचे, वतन की धरा मजबूत है।

जब भी कोई संकट, वतन पर आएगा,
मैं अपने लहू से, उसे दूर भगाऊंगा।
भारत की आवाज़ हूँ, अमर हूँ मैं सदा,
इस धरती के लिए, अपना सर्वस्व लुटाऊंगा।

आसान देश भक्ति कविता हिंदी में (Easy Desh Bhakti Poem in Hindi)

आगे पढ़िए 4 लाइन में 9 छोटी छोटी देश भक्ति कविता हिंदी में

1. वंदे मातरम की गूंज

वंदे मातरम की गूंज, दिलों में बसती है,
भारत मां की महिमा, हर सांस में धड़कती है।
तिरंगे का हर रंग, हम सबका अभिमान है,
देश की सेवा करना, यही हमारा मान है।

2. शहीदों की धरती

शहीदों की ये धरती, वीरों की पहचान है,
हर कदम पे बसी, उनके बलिदान की शान है।
मां का आंचल महकता, उनके खून की खुशबू से,
उनके ही दम से, भारत महान है।

3. भारत मां का प्रहरी

भारत मां का प्रहरी, सरहद पर खड़ा है,
हर चुनौती के आगे, वो अडिग और बड़ा है।
उसकी वफादारी में, बसा है देश का मान,
वो अपने प्राणों से, रखता है भारत की शान।

4. एकता की मूरत

हम सब हैं एकता की, इस पावन मूरत के रंग,
जहां प्रेम और भाईचारा, हर दिन है संग।
सद्भावना की राह पर, चलते हैं हम सब,
देश को सजाएंगे, मिलकर हर एक कदम।

5. भारत का अभिमान

भारत का अभिमान, हमारे वीर जवान हैं,
जो मिट्टी से भी बढ़कर, देश की शान हैं।
उनकी हर सांस में बसता, तिरंगा प्यारा है,
वो हैं देश के रखवाले, यही हमारा नारा है।

6. हम भारत के लाल

हम भारत के लाल हैं, देश के कर्णधार,
हर कठिनाई से लड़ेंगे, होकर एक-जिम्मेदार।
मिटा देंगे अंधकार, विकास का दीप जलाएंगे,
इस मातृभूमि को, ऊंचाइयों तक ले जाएंगे।

7. आजादी का सवेरा

आजादी का सवेरा, हर दिल में है जागा,
शहीदों के बलिदान से, ये प्यारा वतन है पला।
उनकी याद में झूमता, हर कोना हर गली,
उनकी वीरता की गाथा, हम सबकी जुबां पे चली।

8. बलिदान की प्रेरणा

बलिदान की प्रेरणा, हर दिल में जलती है,
जो वतन के लिए लड़ा, वो अमर कहलाता है।
उनके नक्शेकदम पर, हम भी चलेंगे सदा,
देश की सेवा करना, यही है हमारा वादा।

9. सरहद की दीवार

सरहद की दीवार पर, जवान खड़ा है वीर,
हर तूफान से लड़कर, बना है वो शमशीर।
वो न झुकता, न थकता, वतन का प्रहरी है,
उसके कारण ही सुरक्षित, ये धरती और फिजा है।

संबंधित लेख: 👉 Poem in Hindi on Independence Day for India

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न और उत्तर

देशभक्ति कविताएँ क्यों महत्वपूर्ण हैं?

राष्ट्रीय एकता: ये कविताएँ हमें एक सूत्र में बांधती हैं और राष्ट्रीय एकता को मजबूत करती हैं।
इतिहास का स्मरण: ये कविताएँ हमारे इतिहास को याद दिलाती हैं और हमें अपने पूर्वजों के बलिदानों को याद रखने के लिए प्रेरित करती हैं।
देश प्रेम: ये कविताएँ हमारे मन में देश प्रेम की भावना को जागृत करती हैं।
सांस्कृतिक विरासत: ये कविताएँ हमारी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को दर्शाती हैं।

इसे भी पढ़े: 👉 हिंदी दिवस पर कविता हिंदी में

निष्कर्ष

देशभक्ति की कविताएँ हमारे जीवन का एक अभिन्न हिस्सा हैं। ये कविताएँ हमें हमेशा देश के प्रति जागरूक रहने और देश के विकास में अपना योगदान देने के लिए प्रेरित करती हैं। आइए, हम सभी मिलकर अपनी इस अमूल्य विरासत को संजोएं और इसे आगे बढ़ाएं।

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